बिप्लव देब से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-
पूरा नाम बिप्लव कुमार देब
जन्म स्थान काकरबन गांव, उदयपुर, त्रिपुरा
जन्म तिथि 1969
उम्र 48
पेशा राजनेता
पत्नी का नाम नीति देब
कुल बच्चे दो
लंबाई 5'10
वजन 75 किलो
आंखों का रंग भूरा
बालों का रंग काला
कुल आय 2,99,290 रूपए
बिप्लव देब का जन्म और शिक्षा
बिप्लब देब का जन्म भारत के त्रिपुरा राज्य के उदयपुर शहर में साल 1969 में हुआ था. यहां के ही एक सरकारी स्कूल से इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हासिल की थी.अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद विप्लव देव आगे की पढ़ाई के लिए त्रिपुरा से दिल्ली चले गए। दिल्ली में रहते हुए विप्लव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए और उसके प्रशिक्षण कार्यक्रमों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने लगे। विप्लव के संघ के स्वयंसेवक रहते हुए उनकी राजनीति में शुरुआत गोविंदाचार्य के साथ हुई। रिपोर्ट के मुताबिक जब केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी जी के नेतृत्व वाली सरकार थी और गोविंदाचार्य जी बीजेपी के महासचिव थे, उस समय विप्लव उनके निजी सचिव हुआ करते थे।समय के साथ विप्लव कुमार देव का पार्टी की तरफ झुकाव बढ़ता चला गया और गोविंदाचार्य के साथ काम करने के कारण बीजेपी नेताओं के साथ इनके अच्छे संपर्क बनते चले गए।
बिप्लव देब का परिवार
48 साल के बिप्लव देब के परिवार में उनकी पत्नी के अलावा इनके दो बच्चे हैं. इनकी पत्नी का नाम नीति देब है. वहीं इनका एक बेटी और एक बेटा है.
राजनैतिक जीवन
त्रिपुरा विश्वविद्यालय में अपनी पढ़ाई करने के दौरान बिप्लव देब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ गए थे. वहीं अपनी डिग्री की पढ़ाई पूरी करने के बाद ये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता बन गए थे. इतना ही नहीं अपने परिवार का खर्चा उठाने के लिए इन्होंने एक जिम प्रशिक्षक के तौर पर भी कार्य किया था.
भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें 2015 में राज्य में महासंपर्क अभियान के प्रदेश संयोजक के तौर पर त्रिपुरा भेजा। फरवरी 2016 में उन्हें त्रिपुरा का भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया।[7] 8 अगस्त 2017 को देब ने सुदीप राय बर्मन के नेतृत्व में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विधायकों को भारतीय जनता पार्टी में लाने में मदद की।[8]
2018 में हुए राज्य विधानसभा चुनावों में बिप्लब कुमार देब ने बनमालीपुर विधानसभा क्षेत्र में माकपा के अमल चक्रवर्ती को 9549 वोट के अंतर से पराजित किया।[7]
बिप्लव देब बनें त्रिपुरा के मुख्यमंत्री
त्रिपुरा विधानसभा चुनाव, 2018
नई दिल्ली में प्रवास के दौरान उन्होंने भाजपा के पूर्व नेता के॰ एन॰ गोविन्दाचार्य के निजी सचिव के रूप में कार्य किया। इस दौरान उन्होंने बीजेपी की पूर्व सांसद और वाजपेयी सरकार में खान और खनिज राज्य मंत्री रहीं रीता बर्मा के निजी सहायक के रूप में भी काम किया। वे मध्य प्रदेश के सतना से सांसद गणेश सिंह के सहायक भी रहें।
भारतीय जनता पार्टी त्रिपुरा राज्य के विधानसभा चुनावों में दमदार जीत हासिल हुई है. वहीं जब इस राज्य के मुख्यमंत्री को चुनने की बारी आई, तो पार्टी की पहली पसंद देब बनें. जिसके बाद उनके नाम की औपचारिक घोषणा करते हुए पार्टी ने कहा कि देब अब इस राज्य के मुख्यमंत्री का पद संभालेंगे.