महाराष्ट्र सरकार के 100 दिन पूरे होने के अवसर पर अयोध्या पहुंचे राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को राम मंदिर के लिए एक करोड़ रुपये देने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नहीं, बल्कि हमारा ट्रस्ट राम मंदिर निर्माण के लिए एक करोड़ रुपये की राशि देगा।
उद्धव ठाकरे ने कहा, 'मैं यहां रामलला का आशीर्वाद लेने आया हूं। पिछले डेढ़ सालों में मेरा यह तीसरा दौरा है। मैं यहां पूजा अर्चना भी करूंगा।' उन्होंने कहा कि मैं बीजेपी से अलग हुआ हूं, हिंदुत्व से नहीं। बीजेपी का मतलब हिंदुत्व नहीं है। हिंदुत्व अलग है और बीजेपी अलग है।
उद्धव ठाकरे रामलला के दरबार में माथा टेकेंगे, लेकिन उद्घव न तो सरयू आरती करेंगे न ही किसी प्रकार की जनसभा होगी। कोरोना वायरस के खतरे को लेकर दोनों कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। शिवसेना प्रवक्ता एवं राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने बताया है कि कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री भी आह्वान कर चुके हैं, गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से एडवाइजरी जारी हो चुकी है, यही नहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिल चुके हैं।
कोरोना वायरस को देखते हुए सुझाव है कि किसी भी जगह सार्वजनिक स्थल पर भीड़ इकट्ठा होने की स्थिति से बचा जाए। संजय राउत ने कहा था कि उन्होंने खुद उद्घव ठाकरे से बात की जिसके बाद सरयू आरती को स्थगित करने का फैसला लिया गया है।
'विचारधारा में नहीं आया कोई बदलाव'
शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में कहा उनकी विचारधारा में कोई बदलाव नहीं आया है। उन्होंने कहा कि भगवान राम और हिंदुत्व किसी एक राजनीतिक दल की संपत्ति नहीं है। शिवसेना ने कहा कि राकांपा और कांग्रेस वाली महा विकास अघाड़ी सरकार ने 100 दिन पूरे कर लिए हैं जो उन लोगों के लिए दुख की बात है जिन्होंने दावा किया था कि यह नयी गठबंधन सरकार 100 घंटे से ज्यादा नहीं चलेगी। संपादकीय में कहा गया है, 'जिनकी सरकार 80 घंटे ही चल पाई वे दावा कर रहे थे कि ठाकरे सरकार 100 घंटे तक भी नहीं चलेगी। लेकिन इस एमवीए सरकार ने न केवल उन्नति की बल्कि अपने प्रदर्शन से लोगों के मन में भरोसा भी कायम किया।'