Swami Chinmayananda accepted the allegations made on her


चौदह दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे गए बीजेपी के सीनियर नेता और पूर्व गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद ने अपने ऊपर लगे ज्यादातर आरोपों को स्वीकार कर लिया है। केस के लिए गठित विशेष जांच दल के चीफ नवीन अरोड़ा ने कहा- स्वामी चिन्मयानंद ने बॉडी मसाज और यौन वार्तालाप समेत उन पर लगे सभी आरोपों को उन्होंने मान कर लिया है।


शर्मिंदा महसूस कर रहे हैं स्वामी चिन्मयानंद


एसआईटी चीफ ने कहा कि परिस्थितिजन्य साक्ष्यों की जांच की जा रही है। एसआईटी चीफ नवीन अरोड़ा ने आगे कहा कि स्वामी चिन्मयानंद ने कहा वे और ज्यादा कुछ नहीं बोलने चाहता हैं कि क्योंकि वे अपने कृत्यों पर शर्मिंदा है।


14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे गए चिन्मयानंद


बीजेपी नेता चिन्मयानंद  को लॉ की छात्रा से बलात्कार के आरोप में यूपी SIT ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया. चिन्मयानंद (Chinmayanand) को मेडिकल परीक्षण के लिए अस्पताल ले जाया गया था. उसे सुबह करीब 8.50 मिनट पर गिरफ्तार किया. उसके बाद चिन्मयानंद को कोर्ट में पेश किया गया और फिर कोर्ट ने 14 दिन के लिए जेल भेजा है. उधर, चिन्मयानंद की ओर से दायर जबरन वसूली के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. गौरतलब है कि चिन्मयानंद (Chinmayanand) लॉ छात्रा ने 12 पन्नों की शिकायत और SIT को दिए बयान में कई चौंका देने वाली बातें सामने आई हैं. पीड़िता का कहना है कि चिन्मयानंद ने ब्लैकमेल कर रेप किया है. पीड़िता का हॉस्टल के बाथरूम में नहाने का वीडियो बनाया गया और उस वीडियो को वॉयरल करने की धमकी देकर एक साल तक रेप करता रहा. साथ ही पीड़िता ने बताया कि चिन्मयानंद ने शारीरिक शोषण का वीडियो भी बनाया है. चिन्मयानंद पीड़िता से मसाज करने का भी दबाव बनाता था और कई बार उसके साथ बंदूक के दम पर भी रेप हुआ है. लड़की ने भी अपने बचाव के लिए चिन्मयानंद का वीडियो बनाया है. लड़की ने इसके लिए अपनी चश्मे में खुफिया कैमरा लगाया और चिन्मयानंद का वीडियो बनाया है.



वहीं, रेप का आरोप लगाने वाली लड़की ने घर पास में होने के बावजूद हॉस्टल में रहने के पीछे कारणों का खुलासा किया है. उसने बताया कि वह एलएलएम में एडमीशन लेने के लिए गई था लेकिन चिन्मयानंद ने उसे नौकरी दे दी. नौकरी में काम का ज्यादा बोझ होने के कारण उसे हॉस्टल में रहना पड़ा जहां उसके साथ गलत हुआ. मंगलवार को पुलिस की एसआईटी ने लड़की के शाहजहांपुर में स्थित हॉस्टल के कमरे में रेप के सबूत तलाशे.


चिन्मयानंद मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) ने पीड़ित लड़की के हॉस्टल का कमरा देखा और साक्ष्य जुटाए. एसआईटी दोपहर में कॉलेज परिसर पहुंची. टीम ने करीब पांच घंटे तक छात्रा के कमरे का बारीकी से निरीक्षण किया. टीम के साथ फॉरेंसिक विशेषज्ञ भी मौजूद रहे.पीड़िता जिस कमरे में रहती थी, पुलिस ने उसे सील किया हुआ था. एसआईटी ने उसकी सील तोड़ कर मौका मुआयना किया.


यौन शोषण के आरोपी चिन्मयानंद को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में स्थानीय अदालत ने चिन्मयानंद को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा। इससे पहले कई दिनों की जद्दोजहद के बाद अंतत: यौन शोषण के आरोपी स्वामी चिन्मयानंद को शुक्रवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। चिन्मयानंद को उनके ही कॉलेज की छात्रा और उसके पिता द्वारा दर्ज कराए गए यौन उत्पीड़न और दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी स्वामी के ही मुमुक्ष आश्रम से हुई। बताया जा रहा है कि एसआईटी टीम ने यूपी पुलिस के साथ मिलकर चिन्मयानंद को शुक्रवार सुबह उनके मुमुक्षु आश्रम से गिरफ्तार किया गया है।


दिव्य धाम से चिन्मयानंद गिरफ्तार



एसआईटी की एक टीम ने चिन्मयानंद को मुमुक्षु आश्रम स्थित उनके दिव्य धाम से गिरफ्तार किया जिसके बाद उन्हें शाहजहांपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज में चिकित्सीय परीक्षण के लिए ले जाया गया। चिन्मयानंद की अधिवक्ता पूजा सिंह ने 'पीटीआई भाषा को बताया कि एसआईटी की टीम बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ दिव्य धाम पहुंची और उसने चिन्मयानंद को गिरफ्तार कर लिया।


गौरतलब है कि, स्वामी पर उनके ही कॉलेज में पढ़ने वाली कानून की एक छात्रा ने दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया था। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की दो सदस्यीय विशेष पीठ गठित करवा कर पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित करने का निदेर्श दिया था। स्वामी को गिरफ्तार करने वाली एसआईटी टीम का नेतृत्व यूपी पुलिस के महानिरीक्षक नवीन अरोरा कर रहे हैं।