गुड़गांव के सांसद राव इंद्रजीत सिंह का जन्म 11 फरवरी 1950 को हरियाणा के रेवाड़ी में हुआ था। इंद्रजीत हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री राव बीरेंद्रसिंह के पुत्र हैं।
इंद्रजीत दिल्ली यूनिवर्सिटी से वकालत की डिग्री हासिल की है। 1977 से 1996 के बीच इंद्रजीत चार बार हरियाणा विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं।
1998 में वे लोकसभा चुनावों में निर्वाचित हुए। 1998 से 1999 के मध्य वह केंद्रीय विज्ञान एवं तकनीकी समिति के सदस्य रहे। 2004 में वे दूसरी बार लोकसभा चुनाव में निर्वाचित हुए 2004 से 2006 के मध्य वे विदेशी मामलों के केंद्रीय राज्यमंत्री रहे। 2006 से 2009 तक रक्षा सामग्री निर्माण के केंद्रीय राज्यमंत्री रहे। 2009 के लोकसभा चुनावों मे वे तीसरी बार चुने गए। 23 सितंबर 2013 को इंदरजीत ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए।
शिक्षा : बीए, एलएलबी
राजनीतिक सफर : 1977 में पहली बार विधायक चुने गए, इसके बाद भी तीन बार विधायक रहे, 1998 में पहली बार महेंद्रगढ़ से सांसद चुने गए। प्रधानमंत्री डा.मनमोहन सिंह की पहली सरकार में केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री एवं केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाली, लेकिन कहा जाता है कि भूपेन्द्र सिंह हुडडा के साथ मतभेदों के चलते उन्हें मंत्रीपद गंवाना पड़ा। डा.मनमोहन सिंह के दूसरे कार्यकाल के आखिरी दो वर्षो में उनकी कांग्रेस नेतृत्व के साथ लगातार दूरियां बढ़ती गई। केन्द्रीय नेताओं के साथ प्रदेश सरकार को भी सार्वजनिक मंचों से आड़े हाथों लिया, लोकसभा चुनाव से करीब छह माह पहले इंसाफ मंच का गठन किया और चुनाव से कुछ वक्त पहले कांग्रेस को अलविदा कह भाजपा के टिकट पर गुड़गांव संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़े और इनेलो के जाकिर हुसैन को शिकस्त दी। उनकी जीत के बाद ही राजनैतिक गलियारों में उनके मंत्री बनने के कयास लगाए जा रहे थे।
राव की जीत का सफर
-इस बार लोकसभा चुनाव में इनेलो प्रत्याशी जाकिर हुसैन को दो लाख 71 हजार 120 मतों से हराया
-भाजपा प्रत्याशी राव इंद्रजीत को कुल पड़े मत का 48.6 प्रतिशत मत मिले
-कांग्रेस के राव धर्मपाल, बसपा के धर्मपाल राठी एवं आप के योगेन्द्र यादव सहित अन्य प्रत्याशियों की जमानत जब्त कराई।
-राव इंद्रजीत सिंह को 648586 वोट मिले थे, जबकि इनेलो के जाकिर हुसैन को 377466, कांग्रेस के राव धर्मपाल को 136289 एवं आप के योगेन्द्र यादव को 79721 एवं बसपा के धर्मपाल राठी को 65868 वोट हासिल हुए थे।