Nirmala Sitharaman Biography in Hindi

निर्मला सीतारमण का जन्म और शिक्षा


निर्मला सीतारमण का जन्म 18 अगस्त 1959 में तमिलनाडु के मदुरई में ब्राम्हण परिवार में हुआ था. इनके पिता का नाम श्री नारायण सीतारमण और माता का नाम सावित्री देवी है. इन्हें बचपन से ही देश की राजनैतिक व्यवस्था को समझने की ललक थी. इन्होने तिरुचिरापल्ली के सीतालक्ष्मी कॉलेज से बीए की डिग्री हासिल की. इसके बाद इन्होने जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय से वर्ष 1980 में इकोनॉमिक्स में एमए की डिग्री हासिल की. इसके बाद इन्होने यहीं से एमफील की डिग्री भी हासिल की.



शारीरिक संरचना
लम्बाई (लगभग) से० मी०- 163मी०- 1.63
फीट इन्च- 5' 4”
वजन/भार (लगभग) 55 कि० ग्रा०
आँखों का रंग काला
बालों का रंग काला


व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि 18 अगस्त 1959
आयु (2017 के अनुसार) 58 वर्ष
जन्मस्थान मदुरई, तमिलनाडु, भारत
राशि सिंह
राष्ट्रीयता भारतीय
गृहनगर तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु, भारत
स्कूल/विद्यालय सीतालक्ष्मी रामास्वामी कॉलेज तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु कॉलेज/महाविद्यालय/विश्वविद्यालय सीतालक्ष्मी रामास्वामी कॉलेज तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
शैक्षिक योग्यता अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर


परिवार पिता- नारायणन सीतारमण (भारतीय रेल कर्मचारी )
माता- के० सावित्री (गृहणी)
भाई- ज्ञात नहीं
बहन- 1
धर्म हिन्दू
जाति ब्राह्मण
पता प्लाट न० M-6, ग्रीन लैंड, मनचिरवियुला गांव, राजेन्द्र नगर मण्डल, ज़िला० रंगा रेड्डी, तेलंगाना
शौक/अभिरुचि पुस्तकें पढ़ना, लिखना, शास्त्रीय संगीत सुनना, खाना बनाना
पसंदीदा चीजें
पसंदीदा खाना आलू हलवा
पसंदीदा रेस्तरां गोविंदा, कैलाश के पूर्व में इस्कॉन मंदिर में एक रेस्तरां, दिल्ली



वैवाहिक स्थिति विवाहित
पति प्रकाला प्रभाकर (राजनीतिक समीक्षक, संचार सलाहकार)


विवाह तिथि 1986-वर्तमान


पुत्री- वंगामयी


धन संबंधित विवरण
वेतन 50000 + (अन्य भत्ते)


संपत्ति (लगभग) 2 करोड़ रुपए
निर्मला सीतारमण का आरंभिक जीवन


निर्मला सीतारमण ने अपने आरंभिक करियर में प्राइसवाटरहाउस कूपर में सीनियर मेनेजर के पद पर कार्य किया. इसके उपरान्त इन्हें बीबीसी वर्ल्ड सर्विस में भी कार्य करने का मौक़ा प्राप्त हुआ. ये हैदराबाद के प्रणव स्कूल के संस्थापकों में से एक हैं और 'नेशनल कमीशन ऑफ़ वीमेन' की सदस्य भी रह चुकी हैं.



निर्मला सीतारमण का राजनैतिक करियर
निर्मला सीतारमण वर्ष 2006 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुईं. इसके एक वर्ष बाद इनके पति डॉ परकाला प्रभाकर वर्ष 2007 में फ़िल्म स्टार चीरंजीवी की पार्टी में शामिल हुए. हालाँकि वर्ष 2000 के आस पास डॉ परकाला प्रभाकर भारतीय जनता पार्टी के आंध्रप्रदेश यूनिट के प्रवक्ता थे. निर्मला सीतारमण भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर नाम कमाने लगीं. जिस समय नितिन गडकरी पार्टी अध्यक्ष हुए, उस समय इन्हें पार्टी के छः प्रवक्ताओं के बीच स्थान दिया गया. इन्हें वर्ष 2010 में भारतीय जनता पार्टी ने अपना प्रवक्ता बनाया. इसके बाद से ही ये कई टीवी डिबेट में पार्टी की तरफ से भाग लेने लगीं और नियमित रूप से सुर्ख़ियों में रहने लगी. इस समय भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता के रूप में इन्हें नरेन्द्र मोदी शासित गुजरात में काफ़ी प्रसिद्धि प्राप्त हुई. इसके बाद इन्हें दिल्ली में पार्टी प्रवाक्ता के रूप में खूब नाम हासिल हुआ. ग़ौरतलब है कि दिल्ली में ही भारतीय जनता पार्टी का हेडक्वार्टर भी स्थापित है.


एक सक्षम प्रवक्ता के रूप में निर्मला सीतारमण वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी के लिए काफ़ी बेहतर साबित हुईं. इस समय इन्होने नरेन्द्र मोदी को प्रधानमन्त्री के रूप में प्रचार करने में भी काफ़ी भूमिका निभायीं. इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को भारी मतों से विजय प्राप्त हुई और पार्टी ने केंद्र में अपना सरकार बनाया.



इस चुनाव में भाजपा के जीतने के बाद 26 मई 2016 में इन्हें स्वतंत्र चार्ज के तहत 'मिस्निस्टर ऑफ़ स्टेट' का पद सौंपा गया. इसी के साथ ही इन्हें मिनिस्ट्री ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, मिनिस्ट्री ऑफ़ फाइनेंस एंड कॉर्पोरेट अफेयर्स आदि का कार्य भार भी मिनिस्ट्री ऑफ़ स्टेट के अंतर्गत प्राप्त हुआ. इसी समय राज्यसभा के उपचुनाव में इन्होने हिस्सा लिया और इन्हें आंद्रप्रदेश राज्य की तरफ से जीत हासिल हुई और ये राज्यसभा में पहुँच गयीं.


29 मई 2016 में ये भारतीय जनता पार्टी के 12 प्राथियों में से एक थीं, जो राज्यसभा चुनाव लड़ने वाले थे. यह राज्यसभा चुनाव इसी वर्ष 11 जून को होने वाले थे. इन्हें इस चुनाव में कर्नाटक की तरफ से जीत मिली. इनकी राजनैतिक करियर में सबसे बड़ी उपलब्धि है इनका रक्षा मंत्री बनना. तात्कालिक सरकार ने इन्हें रक्षा मंत्री बनाया है. इन्होने इस पद के लिए 3 सितम्बर 2017 को शपथ ग्रहण की है. इस तरह से निर्मला सीतारमण पहली पूर्ण सामायिक महिला रक्षा मंत्री बनी हैं.


इस तरह से निर्मला सीतारमण भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के बाद दूसरी महिला रक्षा मंत्री और पहली पूर्ण सामायिक महिला रक्षा मंत्री बनी हैं. मनोहर पर्रीकर के गोवा के मुख्यमंत्री बनने के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने यह पदभार संभाला था, जोकि अब नई कैबिनेट मंत्री निर्मला सीतारमण संभालेंगी.



निर्मला सीतारमण का व्यक्तिगत जीवन


निर्मला सीतारमण की मुलाक़ात डॉ प्रभाकर से जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय में हुई थी. यहाँ पर ये दोनों एक साथ पढ़ते थे. जहाँ एक तरफ निर्मला सीतारमण का झुकाव भारतीय जनता पार्टी की तरफ था, दूसरी तरफ डॉ परकला प्रभाकर एक कांग्रेसी परिवार से थे. इनकी माता आन्ध्रप्रदेश में कांग्रेस की तरफ से विधायक भी रह चुकी हैं, और इनके पिता वर्ष 1970 के समय आन्ध्रप्रदेश की कांग्रेसी सरकार में मंत्री भी थे.


वर्ष 1991 में निर्मला और इनके पति लन्दन से भारत लौटे और आँध्रप्रदेश के नर्सपुरम में रहने गये. इस समय निर्मला, जिन्हें बच्चे की आशा थी, वे अपनी मेडिकल के लिए मद्रास आ गयीं. इसी वर्ष मई 1991 में राजीव गाँधी की हत्या से इन्हें काफ़ी गहरा सदमा लगा और ये लगातार 1 सप्ताह तक हॉस्पिटल में ही रहीं. कालांतर में इन्हें एक बेटी हुई और ये परिवार हैदराबाद में रहने लगा.



निर्मला सीतारमण राजनीति से परे


राजनीति से परे निर्मला सीतारमण एक बहुत अच्छी पाठक हैं. इन्हें किताबे पढना बहुत पसंद है, इसके अलावा इन्हें भारतीय शास्त्रीय संगीत में भी काफ़ी रूचि हैं. ये अक्सर भगवन श्रीकृष्ण के भजन सुनतीं रहती हैं और इनके पास बहुत ही अच्छा भजन संग्रह है. ये अपने परिवार को भी काफ़ी समय देती हैं और अपने राजनैतिक जिम्मेवारियां भी अच्छे से निभाती हैं. इस तरह से ये समझा जा सकता है कि इन्होंने अपने करियर और परिवार दोनों में काफ़ी बेहतर संतुलन बनाया है. भारत के शास्त्रीय नृत्य के बारे में यहाँ पढ़ें.


निर्मला सीतारमण से जुडी कुछ रोचक बातें :


निर्मला सीतारमण की शादी लव मैरिज हुई थीं कैसे ? क्योंकि उनके पति डॉ परकाल प्रभाकर और निर्मला सीतारमण दोनों ही पहले जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में एक साथ पढाई कर चुके हैं. वही से प्यार शादी में बदल गयी. अभी उनकी एक पुत्री हैं. शादी के बाद दोनों लंदन शिफ्ट हो गए थे, फिर पुत्री के जन्म के बाद वे भारत वापस आ गए और हैदराबाद में बस गए.



निर्मला सीतारमण को सिम्पल रहना पसंद हैं, उनको कॉटन की साड़िया पहनना पसंद है. गले में चेन और हाथों में कड़े पहनना पसंद है. निर्मला जी अखबार पढ़ने का काफी शौक हैं, जिसे वह 3 घंटे पढ़ने में समय लगाती हैं. निर्मला सीतारमण अधितकतर अंग्रेजी का ही इस्तेमाल करती है, हिंदी में बहुत कम बोलती हैं.