सज्जन सिंह वर्मा की जन्म 24 अगस्त 1952 को इंदौर, मध्यप्रदेश में हुआ।उनकी जीवन संगिनी सुभद्रा वर्मा हैं. सज्जन सिंह के दो बेटे और दो बेटियां हैं. इनके पिता बैनी प्रसाद वर्मा और माता भूरी प्रसाद वर्मा हैं। सज्जन सिंह के पिता भी एक राजनीतिज्ञ रहे हैं, पहले वे समाजवादी पार्टी के मेंबर थे बाद में उन्होंने कांग्रेस नेशनल पार्टी ज्वाइन की थी। सज्जन सिंह ने एम.ए सोशियोलॉजी में जी.ए.सी.सी. इंदौर से शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने अपने जीवन में एक किसान, बिल्डर और पॉलिटीशियन का रोल बखूबी अदा किया है। इन्होंने सत्ता में आने का थोड़ा देर से ही सोचा, 1983 में कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की।
सज्जन सिंह भारतीय लोक सभा के 15वें मेंबर हैं। यह इंदौर के देवास क्षेत्र चयनित हुए हैं। ये इंडियन नेशनल कांग्रेस के मेंबर भी रहे हैं। देवास क्षेत्र में इनका चयन रिज्वर्ड अनुसूचित जाति के लिए हुआ था।
सोशल और कल्चरल एक्टिविटी
सज्जन सिंह बहुत ही सोशल व्यक्ति माने जाते हैं। वे रेसलिंग जैसे इवेंट भी करवाते हैं तो वहीं वे गणेश उत्सव और नवरात्रि जैसे त्योहारों में बढ़-चढ़कर हिस्सा भी लेते हैं। इन्हें साहित्य पढऩे और बैडमिंटन खेलने में बहुत रूचि है। यह अभी तक डेनमार्क, सिंगापुर, स्वीडन और यू.के जैसे देश भी घूम चुके हैं।
सज्जन सिंह वर्मा शुरू से कांग्रेस में सक्रिय रहे. उन्होंने 1983 में अपना राजनीतिक करियर शुरू किया था, जब वो इंदौर नगर-निगम के पार्षद चुने गए. इस पद पर वो 1985 तक रहे. उसके बाद उनका राजनीतिक सफर आगे बढ़ा और 1985 में वो पहली बार विधायक चुनकर मध्य प्रदेश विधानसभा पहुंचे. उसके बाद वो 1998, 2003 और 2008 में विधानसभा सदस्य चुने गए.
इस बीच 1997 में वो मध्य प्रदेश लघु उद्योग निगम के अध्यक्ष भी रहे. इसके साथ ही साथ वो विभिन्न संसदीय समितियों के सदस्य भी रहे. सज्जन सिंह वर्मा जल संसाधन, ऊर्जा, अनुसूचित जाति और जनजाति कल्याण समिति के सदस्य रहे.