आईआईएम लखनऊ के छात्रों को मिलेगा 58 लाख रुपये का पैकेज

भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम) लखनऊ के बैच 2018-20 में सर्वाधिक 58.47 लाख रुपये का पैकेज मिलेगा है। अंतरराष्ट्रीय कम्पनी में प्लेसमेंट पर यह पैकेज मिला है। वहीं, राष्ट्रीय स्तर की कम्पनी में सर्वाधिक 54 लाख रुपये का पैकेज मिला है। आईआईएम लखनऊ की ओर से सोमवार को यह आंकड़े जारी किए गए हैं। संस्थान के इस बैच का प्लेसमेंट 100 प्रतिशत रहा है। यह पहली बार है जब आईआईएम लखनऊ की ओर से छात्रों को मिलना वाले सैलेरी पैकेज की जानकारी सार्वजनिक की गई है।  



आईआईएम लखनऊ की 34वां बैच 2018-20 के प्लेसमेंट की प्रक्रिया पूरी हो गई है। बैच के सभी 443 छात्र-छात्राओं को रिकॉर्ड टाइम में 140 से ज्यादा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कम्पनियों ने काम करने के लिए चुना है। अच्छी बात यह है कि 443 छात्र-छात्राओं को 447 विकल्प मिले थे। आईआईएम के आंकड़ों के मुताबिक, छात्रों को औसत पैकेज 24.25 लाख रुपये का मिला है। यह सूचना स्टूडेंट्स अफेयर्स एंड प्लेसमेंट के चैयरमैन प्रो. राजेश ने दी। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि किस छात्र को और किस कम्पनी ने सर्वाधिक पैकेज दिया गया है। 


संस्थान द्वारा जारी जानकारी के अनुसार इनमें भारतीय और विदेशी दोनों की भागीदारी थी। आदित्य बिरला ग्रुप, अमेजन, एसेंचर, फ्लिपकार्ट एवरेस्ट ग्रुप, केपीएमजी, पीडब्लूसी, यस बैंक जैसी कंपनियों ने प्लेसमेंट किया। इसके अलावा भी कई प्रतिष्ठित कंपनियां भी इसका हिस्सा बनीं हैं। इसके अलावा ऑपरेशंस व सप्लाई चेन, जनरल मैनेजमेंट, सिस्टम व आईटी, मार्केट रिसर्च, एनालिटिक्स, सोशल मीडिया मार्केटिंग, मार्केट रिसर्च और एचआर जैसे सेक्टरों में भी काफी विद्यार्थियों ने नौकरियां प्राप्त की हैं। वहीं, अंतरराष्ट्रीय कम्पनियों में लैंडमार्क ने सर्वाधिक सात ऑफर दिए। इसके अलावा, एप्परल ग्रुप, आरपीजी ग्रुप, तुलाराम ग्रुप और ई एंड वाई कम्पनी से सबसे ज्यादा मौके दिए हैं। 


कन्सल्टिंग में 32%, मार्केटिंग में सबसे कम
34 बैच के छात्र-छात्राओं को सबसे ज्यादा कन्सल्टिंग/स्टैट्रिजी के क्षेत्र में काम करने का मौका मिला है। करीब 32 प्रतिशत छात्र इस क्षेत्र में अपना करियर बनाने के लिए चुने गए हैं। वहीं, इस बार सेल्स/मार्केटिंग की डिमांड सबसे कम रही हैं। इसे सिर्फ 12 प्रतिशत छात्र-छात्राओं ने ही चुना। इसे अलावा, आईटी में 24 प्रतिशत, वित्तीय में 19 प्रतिशत और जनरल मैनेजमेंट के क्षेत्र में 13 प्रतिशत को काम करने का मौका मिला है।