दिल्ली हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है, जिसमें हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल भी शामिल है. गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) हॉस्पिटल के अधिकारियों के मुताबिक, आज पांच लाश लाए गए हैं. करीब 200 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं. पुलिस ने उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश जारी किया है. बुधवार सुबह गृह मंत्री अमित शाह ने घायल आईपीएस अफसर अमित शर्मा के परिजनों से बात की.
इस बीच नॉर्थ ईस्ट दिल्ली की हिंसा पर काबू पाने की कोशिशें तेज हो गई हैं. अब दिल्ली की आग बुझाने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल को मैदान में उतारा गया है. डोभाल ने देर रात नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया. डोभाल पुलिस अधिकारियों के साथ नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के सीलमपुर पहुंचे और हालात का जायजा लिया.
दिल्ली से लगे बॉर्डर सील
हिंसा में मरने वालों का आंकाड़ा 18 हो गया है और 200 लोग घायल हैं. उधर हिंसा के चलते दिल्ली से लगे बॉर्डर सील कर दिए गए हैं. चार इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है और नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की परीक्षा स्थगित कर दी गई है.
पथराव, आगजनी और हिंसक झड़प
पुलिस को शूट एट साइट का कदम इसलिए उठाना पड़ा, क्योंकि नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में 23 फरवरी से सीएए को लेकर हिंसा का जो दौर शुरू हुआ वो 25 तारीख यानी मंगलवार को भी जारी रहा. मंगलवार को नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के कई इलाकों में पथराव हुआ, आगजनी हुई और हिंसक झड़प हुई. हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.
केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन
जामिया और दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रों ने देर रात मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया. छात्रों ने केजरीवाल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इन छात्रों की मांग थी कि सीएम केजरीवाल नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करें.