कराची, प्रेट्र। बदहाल अर्थव्यवस्था से गुजर रहे पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान का वेतन चार गुना किए जाने की खबर ने हंगामा मचा दिया है। मीडिया में आ रही ऐसी खबरों का खंडन करते हुए शुक्रवार को सरकार की तरफ से इसे पूरी तरह निराधार बताया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता ने कहा, ऐसे समय जब पीएम सरकारी खर्च कम करने की कवायद में जुटे हैं, ऐसी बेबुनियाद खबरों को प्रसारित किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक इमरान खान का वेतन दो लाख से बढ़ाकर आठ लाख रुपये किया जा रहा है।
इमरान ने कहा था कि वेतन से नहीं चल पाता है खर्च
इमरान ने हाल में कहा था कि प्रधानमंत्री के तौर पर मिल रहे वेतन से उनका पूरा खर्च नहीं चल पाता। उन्होंने यह दावा किया था कि विदेशी दौरे पर होने वाले खर्च को उन्होंने दस गुना तक कम कर दिया है। तंगहाली से गुजर रहे पाकिस्तान के पास फिलहाल आठ अरब डॉलर से भी कम का मुद्रा भंडार है। देश को चलाने के लिए इमरान सरकार को चीन, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों से आर्थिक मदद लेनी पड़ रही है।
दलदल में फंसा पाकिस्तान
भ्रष्टाचार के खिलाफ इमरान खान की और से जारी तमाम कोशिशों और कवायदों के बावजूद पाकिस्तान भ्रष्टाचार के दलदल में और फंसता जा रहा है। दुनिया में भ्रष्टाचार पर नजर रखने वाली वैश्विक संस्था ने सौ के अंकों के पैमाने पर 180 देशों का आकलन किया। सूची के मुताबिक, जिस देश को जितने ज्यादा अंक मिले वह उतना ही कम भ्रष्ट रहा। पाकिस्तान को साल 2018 में 100 में से 33 अंक मिले थे लेकिन 2019 में इसमें एक अंक की गिरावट के साथ आंकड़ा 32 पहुंच गया जो ग्लोबल एवरेज 43 से काफी कम है।