शाहीन बाग : नन्हे प्रदर्शनकारी मोहम्मद जहां की ठंड से मौत, बन गया था सभी का चहेता

शाहीन बाग प्रदर्शन का पहले दिन से हिस्सा रहा 4 माह का मासूम मोहम्मद जहां दुनिया से विदा हो गया। कड़कड़ाती ठंड में प्रदर्शन के दौरान ठंड लगने से उसकी मौत हो गई। प्रदर्शन स्थल पर अपनी मुस्कराहट से वह सभी का चहेता था।



आई लव माई इंडिया वाली टोपी लगाए वह मां के साथ आता था। प्रदर्शनकारी उसके गालों पर तिरंगा बना देते थे। उसका पिता आरिफ बेटे की मौत का कारण सीएए को बताता है। 

उधर, मां नाजिया बेटे की मौत से टूट तो गई है, लेकिन उसका हौसला नहीं डिगा है। नाजिया का कहना है कि अपने बाकी बच्चों के भविष्य के लिए सीएए के खिलाफ लड़ाई लड़ेगी।

मूल रूप से बरेली का रहने वाला मोहम्मद आरिफ पत्नी नाजिया व तीन बच्चों के साथ बटला हाउस इलाके में झुग्गी में रहता था। चार माह के मोहम्मद जहां की मौत के बाद उसके परिवार में 5 साल की बेटी और डेढ़ साल का बेटा हैं। आरिफ कढ़ाई का काम करता है और शाम को ई-रिक्शा चलाता है। नाजिया को कम दिखाई देता है। वह पति की मदद करती है। 


बेटे की मौत भी नाजिया को नहीं रोक सकी


नाजिया ने बताया कि वह पहले दिन से ही शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन में जा रही थी। कड़कड़ाती ठंड में पड़ोसी महिलाओं के साथ वह कभी पैदल को कभी पति के साथ ई-रिक्शा में जाती थी। वह प्रदर्शन स्थल पर रात में रुक भी जाती थी। 30 जनवरी की रात वह शाहीन बाग से बेटे मोहम्मद जहां को लेकर घर पहुंची। देर रात सभी सो गए। 

अगले दिन नाजिया उठी तो देखा कि बेटे मोहम्मद जहां के शरीर में कोई हरकत नहीं थी। वह बुरी तरह डर गई। फौरन उसे नजदीकी अलशिफा अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

नाजिया ने बताया कि बेटे की तबीयत ठंड से खराब थी। नाजिया का कहना है कि वह अपने दोनों बच्चों के भविष्य के लिए सीएए के खिलाफ लड़ाई आगे भी जारी रखेगी।