दिल्ली में हार के बाद मोदी खुद संभाल सकते हैं बंगाल की कमान, राज्य के सभी भाजपा सांसद से रिपोर्ट मांगी

नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार के बाद अब भाजपा की नजरें पश्चिम बंगाल चुनाव पर हैं। यहां अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुद बंगाल चुनाव की कमान संभाल सकते हैं। प्रधानमंत्री संसद के बजट सत्र के दौरान वक्त निकालकर बंगाल के भाजपा सांसदों से मिल रहे हैं। उन्होंने यहां के सभी 18 सांसदों से राज्य में लागू केंद्र सरकार की योजनाओं और ममता बनर्जी सरकार के प्रदर्शन पर रिपोर्ट मांगी गई है।



मोदी संसद में हर दिन एक सांसद से 15 से 20 मिनट तक बातचीत कर रहे हैं। भाजपा बंगाल के चुनाव को बेहद गंभीरता से ले रही है। पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में मोदी की पार्टी के 18 सांसद यहां से चुनकर आए। अमित शाह ने खुद इस राज्य में लोकसभा चुनाव की कमान संभाली थी। पार्टी का लक्ष्य अब अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव हैं। राज्य में निकाय चुनाव भी होने हैं। इस हफ्ते की शुरुआत में शाह ने कोलकाता में एक रैली के जरिए निकाय चुनावों के लिए चुनाव प्रचार शुरू भी कर दिया है।


अमित शाह का ममता को चैलेंज
शाह ने कोलकाता रैली में कहा था, “मैं बंगाल की जनता को धन्यवाद देता हूं कि लोकसभा चुनाव में उन्होंने हमें 18 सीट दिलाईं। भाजपा ने बंगाल में दो करोड़ से ज्यादा वोट हासिल किए। ममता जी 2021 के विधानसभा चुनाव का इंतजार कीजिए। हम बंगाल में भी पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने जा रहे हैं।” शाह ने यह आरोप भी लगाया कि सीएए के विरोध के नाम पर ममता दंगे भड़काने में जुटी हई हैं और राज्य में ट्रेन जलाई जा रही हैं। बता दें कि ममता ने सीएए का विरोध किया। उन्होंने कहा था- अभी सीएए लाया गया है। इसके बाद एनआरसी और एनपीआर भी लाए जाएंगे। सीएम को जवाब देते हुए मोदी ने कहा था- बात उनसे की जाएगी जो कानून समझते हैं।