फांसी टलने से निर्भया के गांववाले नाराज, विरोध में बुलाई गई खाप पंचायत

निर्भया के गुनहगारों की आज होने फांसी वाली एक बार फिर टल गई है. सोमवार को पटियाला हाउस कोर्ट ने डेथ वारंट रद्द कर दिया. इससे निर्भया के मां-पिता समेत गांव वाले नाराज हैं. उत्तर प्रदेश के बलिया में निर्भया के गांव वालों ने फांसी टलने पर खाप पंचायत बुलाई है.



पंचायत में फैसला लिया गया कि आज कोर्ट की ओर से तय तारीख पर ही गुनहगारों को सरेआम फांसी दी जाएगी. चारों दरिंदों को सैकड़ों लोगों के सामने प्रतीकात्मक फांसी दी जाएगी. थोड़ी देर में चारों गुनहगारों के पुतलों को फांसी के तख्ते पर लटकाया जाएगा.


टल गई थी फांसी


सोमवार को निर्भया के चारों दोषी फिर बच गए. इस बार भी कानूनी पैंतरेबाजी के आगे फांसी टाल दी गई. डेथ वारंट रद्द करते हुए दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने कहा कि फांसी से पहले दोषी को अधिकार है कि वो सभी कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल कर सके. ये सुनिश्चित करना कोर्ट का काम है, इसलिए 3 मार्च तक होने वाली फांसी अगले आदेश तक टाली जाती है.


तीन डेथ वारंट रद्द


इस आदेश के साथ ही दिल्ली का पटियाला हाउस कोर्ट अब तक तीन बार डेथ वारंट पर रोक लगा चुका है. फांसी देने की पहली तारीख 22 जनवरी थी, फिर इस पर रोक लगाई गई. इसके बाद दूसरी तारीख 1 फरवरी तय की गई. इसका डेथ वारंट रद्द किया गया. तीसरी तारीख 3 मार्च थी, जिसे सोमवार को रद्द किया गया.


दया याचिका लंबित


दरअसल, निर्भया के दोषी पवन के वकील एपी सिंह ने एक बार फिर पटियाला हाउस कोर्ट में याचिका दायर की थी. इस याचिका में डेथ वारंट पर रोक लगाने की मांग की गई थी. दलील थी कि दोषी पवन ने राष्ट्रपति के सामने दया याचिका लगाई है. राष्ट्रपति के पास याचिका लंबित है, इसलिए फांसी नहीं दी जा सकती.