रेसक्यू प्लान की मंजूरी से YES बैंक का शेयर 58% बढ़ा, निवेशकों को हुआ ₹3800 करोड़ का फायदा

नई दिल्ली. शेयर बाजार में भारी गिरावट के बावजूद संकट में फंसे निजी क्षेत्र के यस बैंक (YES Bank) के शेयरों में शानदार तेजी दर्ज की गई. सोमवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर YES Bank का शेयर 58 फीसदी की उछाल के साथ 40.40 रुपये के भाव पर पहुंच गया. यस बैंक के शेयरों में ये तेजी वित्त मंत्री (Finance Minister) निर्मला सीतारमण के बैंक के रेसक्यू प्लान मंजूर होने की घोषणा की वजह से आई है. YES बैंक के शेयरों में तेजी से निवेशकों को 3,800 करोड़ रुपये से ज्यादा का फायदा हुआ.



निवेशकों को हुआ 3800 करोड़ से ज्यादा का फायदा
यस बैंक के शेयरों में तेजी से सोमवार को निवेशकों को 3800 करोड़ रुपये से ज्यादा का फायदा हुआ. शुक्रवार को बीएसई पर यस बैंक का शेयर 25.50 रुपये के भाव पर बंद हुआ था. इस बंद भाव पर यस बैंक का मार्केट कैप 6,560.02 करोड़ रुपये था. वहीं, सोमवार को शेयर 58 फीसदी बढ़कर 40.40 रुपये के भाव पर पहुंच गया. इस भाव पर बैंक का मार्केट कैप 3,812.77 करोड़ रुपये बढ़कर 10,372.79 करोड़ रुपये हो गया.


यस बैंक के चेयरमैन रजनीश कुमार ने सोमवार को कहा कि YES बैंक में लंबी अवधि तक निवेश बनाए रखेंगे. वित्तीय स्थिरता के लिए यस बैंक में निवेश करेंगे. एसबीआई चेयरमैन ने कहा, SBI Cards के आईपीओ को शानदार रिस्पॉन्स मिला. बाजार में उतार-चढ़ाव से लिस्टिंग प्रभावित हुई. ये भी पढ़ें: किसानों के लिए अलर्ट! 15 दिन में लिंक करवा लें PM-Kisan स्कीम से Aadhaar, वरना नहीं मिलेंगे 6000 रुपए!



इन वजहों से आई YES बैंक के शेयर में तेजीSBI के साथ ही आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) और HDFC बैंक भी यस बैंक में निवेश करेंगे. वहीं, यस बैंक से निकासी की लिमिट पर रोक भी हटने का ऐलान हो चुका है. इसके बाद आज यस बैंक के शेयर को लेकर सेंटीमेंट मजबूत हुआ है. शुक्रवार को बीएसई पर शेयर 25.25 रुपये के भाव पर बंद हुआ था.


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दिसबंर तिमाही में यस बैंक को 18,564 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. निजी क्षेत्र के इस बैंक का संचालन फिलहाल भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आदेश पर प्रशांत कुमार कर रहे हैं. बैंक ने पिछले साल इसी अवधि में 1,000 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया था और सितंबर में समाप्त हुई तिमाही में 629 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था.


हट जाएंगी खाते से पैसा निकालने पर लगी सभी रोक
रिजर्व बैंक ने 5 मार्च को यस बैंक का नियंत्रण अपने हाथों में ले लिया था. इसके बाद यस बैंक के खाताधारकों के लिये अधिकतम 50,000 रुपये की निकासी समेत कुछ बैंकिंग सेवाओं पर रोक लगा दी गयी थी. ये रोक 18 मार्च से समाप्त होने वाले हैं.


3 साल के लिए होगा लॉक इन पीरियड
कैबिनेट बैठक में वित्त मंत्री ने जानकारी दी है​ कि यस बैंक के रिकन्स्ट्रक्शन प्लान में प्राइवेट लेंडर्स के लिए लॉक इन पीरियड 3 साल होगा. इस दौरान वे अपने स्टेक को 75 फीसदी से कम नहीं कर सकते हैं. वहीं, प्रमुख इन्वेस्टर यानी SBI के लिए भी लॉग इन पीरियड 3 साल के लिए होगा और एसबीाआई भी अपनी हिस्सेदारी को इस दौरान 26 फीसदी से कम नहीं कर सकती है.