सऊदी रिटर्न, घर पर इलाज, पढ़िए भारत में कोरोना से पहली मौत की केस हिस्ट्री

भारत में कोरोना के मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है. मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 75 हो गया है. इस बीच कोरोना वायरस से कर्नाटक में एक बुजुर्ग की मौत हो गई है. भारत में कोरोना वायरस से मौत का यह पहला मामला है. यह मौत कर्नाटक के कलबुर्गी में हुई है. मृतक की उम्र 76 साल बताई जा रही है. मरीज सऊदी अरब से लौटा था.



कर्नाटक सरकार के सीनियर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुरेश शास्त्री ने कहा कि मृतक व्यक्ति को कोरोना वायरस हुआ था. अधिकारियों के मुताबिक, यह शख्स 29 जनवरी से 29 फरवरी तक सऊदी अरब में धार्मिक यात्रा पर था. 29 फरवरी को वह हैदराबाद पहुंचा और सीधे कर्नाटक के कलबुर्गी गया था. बाद में उसे सांस लेने में परेशानी, खांसी और निमोनिया की शिकायत हुई.


परिवार वाले नहीं माने डॉक्टर की सलाह


इसके बाद 6 मार्च को एक डॉक्टर ने घर पर ही उनका इलाज किया. हालत बिगड़ने पर उन्हें कलबुर्गी के ही एक निजी अस्पताल में 9 मार्च को एडमिट कराया गया. इस दौरान डॉक्टरों ने उन्हें कोरोना वायरस का संदिग्ध पाया. इसी दिन उनके नमूनों को जांच के लिए बेंगलुरू भेजा गया. जांच की रिपोर्ट आती, उससे पहले ही व्यक्ति को उसके परिवार वाले हैदराबाद ले गए और एक निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया.


 

प्रशासन की सलाह पर आ रहे थे वापस, रास्ते में मौत


कलबुर्गी जिला प्रशासन ने व्यक्ति के परिवार वालों से बात कर उन्हें इलाज के लिए कलबुर्गी के गुलबर्ग इंस्टीट्यूट ऑफ0 मेडिकल साइंसेस एंड हॉस्पिटल (जीआईएमएस) में भर्ती कराने की सलाह दी. इसी हॉस्पिटल में कोरोना वायरस का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. प्रशासन की सलाह पर 10 मार्च को जब उन्हें जीआईएमएस लाया जा रहा था, तब रास्ते में उनकी मौत हो गई.


संपर्क में आए लोगों की तलाश शुरू


कोरोना से पीड़ित बुजुर्ग की मौत के बाद उनके शव को डिसइनफेक्ट करके दफना दिया गया है. अब स्वास्थ्य विभाग इस बात का पता लगा रहा है कि यह बुजुर्ग कितने लोगों के संपर्क में आया था. तेलंगाना सरकार को भी इसकी जानकारी दे दी गई है कि व्यक्ति कोरोना से संक्रमित था. दरअसल, तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में बुजुर्ग का इलाज हुआ था.